त्रेता युग में जो लड़ाई दो प्रदेशों के बीच रहा और द्वापर आते आते वही लड़ाई प्रदेश से निकल कर परिवार में प्रवेश कर गया, वही लड़ाई कलयुग में परिवार से निकलकर व्यक्ति के भीतर ही प्रवेश पा चुका है | जहाँ त्रेता में अंधकार और प्रकाश को बड़ी सरलता से पृथक किया जा सकता …